Dhatu in Sanskrit: Dhatu kise kahate hain

Dhatu in Sanskrit के through Sanskrit grammar समझना और आसान होता है। इस Blog Post में 10 प्रमुख धातु गणों (Dhatu Ganas) को आसान Explanation, Definition, Dhatu(Vocabulary) के साथ Cover किया है। जैसे कि भ्वादि, अदादि, जुहोत्यादि आदि। Beginners के लिए useful guide!

Dhatu in Sanskrit


Dhatu in Sanskrit: Definition

धातु: (Verb - क्रिया-बोध)

क्रिया वह शब्द है जो किसी वस्तु के सम्बन्ध में कुछ बतलावे, अर्थात् होना, जाना, खाना, पढ़ना, सोना आदि। इन्हीं क्रियाओं को धातु शब्द से अभिहित किया गया है।

महर्षि पाणिनि ने अपने अष्टाध्यायी सूत्रग्रन्थ में धातु की परिभाषा  दी है।

 

भ्वादयो धातवः - भू आदि क्रियाएँ धातुसंज्ञक होती हैं। सभी धातुओं को रूप की विभिन्नता के कारण 10 भागों में बाँटा गया है। प्रत्येक भाग को गण कहा जाता है। इन्हीं 10 गणों में जो प्रत्यय जोड़ा जाता है, उसे तिङ् प्रत्यय कहते हैं। तिङ् प्रत्यय से युक्त धातु को "तिङन्त पद" कहा जाता है। यथा - 'पठ्' धातु में 'ति' प्रत्यय जोड़ने पर पठति, पठतः, पठन्ति जैसे तिङन्त पद कहा जाता है।

 Dhatu(Gana) in Sanskrit

गणबोध - उपर्युक्त विवरण के अनुसार धातुओं के 10 गण निम्नलिखित हैं-

श्लोक - भ्वाद्यदादी जुहोत्यादिदिवादिः स्वादिरेव च । तुदादिश्च रुधादिश्च तनक्रयादि चुरादयः ॥

 

(1) भ्वादि

(2) अदादि

(3) जुहोत्यादि

(4) दिवादि

(5) स्वादि

(6) तुदादि

(7) रुधादि

(8) तनादि

(9) क्रयादि

(10) चुरादि 

आइए अब धातु के 10 गणों को एक एक करके विस्तृत  रूप से जानते हैं। धातु के 10 गणों में कौन कौन से धातु आते हैं और उनकी पूरी list भी मिलने वाली है और उनके  धातु रूप कैसे बनते हैं, वो भी जानने वाले हैं साथ ही उनके हिंदी और English meaning भी जानने वाले हैं।

Dhatu in Sanskrit: Bhwadi Dhatu Gana

1.भ्वादि - भू (होना) धातु - इसमें 'तिङ्' प्रत्यय लगने से 'भू' का 'भव' हो जाता है और इसके रूप 'भवति, भवतः, भवन्ति' आदि चलते हैं। इसी तरह गण के सभी धातुओं में शप् (अ) का आगम होता है और इस गण के अन्तर्गत भू, गम्, पठ्, स्था, पा, दृश्, खाद्, खेल्, नम्, घ्रा, दाण, स्मृ, वद्, सद्, वस्, जि आदि धातु आते हैं।

Bhwadi Dhatu Vocabulary

1.    भूहोना (To be) – भवति

2.    स्थाठहरना / खड़ा होना (To stand) – तिष्ठति

3.    धारखना (To place) – दधाति

4.    पापीना (To drink) – पिबति

5.    नीले जाना (To lead/carry) – नयति

6.    गम्जाना (To go) – गच्छति

7.    दादेना (To give) – ददाति

8.    याजाना (To go) – याति

9.    मृमरना (To die) – म्रियते

10.   श्रीशोभित होना (To shine) – श्रायते

11.   कृकरना (To do) – करोति

12.   हृलेना (To take) – हरति

13.   रुह्चढ़ना (To rise/climb) – रोहति

14.   सृबहना (To flow) – सृणोति

15.   व्रज्चलना (To proceed) – व्रजति

16.   वृष्वर्षा होना (To rain) – वृष्टि

17.   पत्गिरना (To fall) – पतति

18.   दिश्दिखाना (To show) – दिशति

19.   जिजीतना (To win) – जयति

20.   हस्हँसना (To laugh) – हसति

21.   चर्चलना (To move/walk) – चरति

22.   रम्रमण करना (To enjoy) – रमते

23.   नय्ले जाना (To lead) – नयति

24.   स्नास्नान करना (To bathe) – स्नाति

25.   स्वप्सोना (To sleep) – स्वपति

26.   वद्बोलना (To speak) – वदति

27.   दृश्देखना (To see) – पश्यति

28.   खन्खोदना (To dig) – खनति

29.   खाद्खाना (To eat) – खादति

30.   पच्पकाना (To cook) – पचति

31.   लिख्लिखना (To write) – लिखति

32.   नृत्नृत्य करना (To dance) – नृत्यति

33.   विद्जानना (To know) – वेत्ति

34.   वृध्बढ़ना (To grow) – वर्धते

35.   वर्ज्त्यागना (To abandon) – वर्जयति

36.   व्रश्च्काटना (To cut) – व्रश्चति

37.   नमस्नमस्कार करना (To bow) – नमति

38.   भज्पूजा करना / बाँटना (To worship/share) – भजति

39.   भास्चमकना (To shine) – भासति

40.   भ्रम्घूमना (To wander) – भ्रमति

41.   स्मृस्मरण करना (To remember) – स्मरति

42.   श्रुसुनना (To hear) – शृणोति

43.   दर्श्दिखाना / देखना (To show/see) – दर्शयति / पश्यति

44.   वेष्ट्लपेटना (To wrap) – वेष्टयति

45.   शक्सक्षम होना (To be able) – शक्नोति

46.   सिध्सिद्ध होना (To accomplish) – सिध्यति

47.   लभ्प्राप्त करना (To obtain) – लभते

48.   जन्जन्म लेना (To be born) – जायते

49.   अर्च्पूजा करना (To worship) – अर्चति

50.   पठ्पढ़ना (To read) – पठति

 

 Dhatu in Sanskrit: Adadi Dhatu Gana

2. अदादिगण - अद् धातु के प्रथम अर्थात् आदि में रहने से अदादि गण कहलाता है। 'अद् भक्षणे' अर्थ में अद् + ति = अत्ति आदि रूप बनता है। इसका कोई गण चिह्न नहीं है।

Adadi Dhatu Vocabulary

1.   अद् - खाना - to eat - अत्ति

2.    इष् - इच्छा करना - to desire - इच्छति

3.    उष् - जलाना - to burn - उषति

4.    रुद् - रोना - to cry - रोदति

5.    यम् - नियंत्रण करना - to control - यच्छति

6.    रम् - आनंद लेना - to enjoy - रमति

7.    नम् - झुकना - to bow - नमति

8.    दम् - वश में करना - to tame - दमति

9.    शम् - शांत करना - to calm - शमति

10.  कम् - प्रेम करना - to love - कमति

11.  तम् - थकना - to be tired - तमति

12.  जम् - खाना - to eat - जमति

13.  भ्रम् - भटकना - to wander - भ्रमति

14.  स्रम् - बहना - to flow - स्रंति

15.  क्रम् - चलना - to walk - क्रमति

16.  क्लम् - थकना - to be fatigued - क्लमति

17.  त्रस् - डरना - to tremble - त्रसति

18.  द्रस् - देखना - to see - द्रष्टि

19.  भ्रस् - गिरना - to fall - भ्रंसति

20.  यज् - यज्ञ करना - to sacrifice - यजति

21.  रज् - रंगना - to color - रजति

22.  वज् - बल देना - to strengthen - वजति

23.  सज् - सजाना - to decorate - सजति

24.  तप् - तपना - to heat - तपति

25.  दिप् - चमकना - to shine - दीपति

26.  लिप् - लेप करना - to smear - लिम्पति

27.  विप् - कम्पन करना - to tremble - विपति

28.  सिप् - फेंकना - to throw - सिपति

29.  कुप् - क्रोध करना - to be angry - कुपति

30.  लुप् - छिपाना - to hide - लुपति

31.  तृप् - संतुष्ट होना - to be satisfied - तृपति

32.  दृप् - घमंड करना - to be proud - दृपति

33.  कृप् - दया करना - to show mercy - कृपति

34.  द्रु - दौड़ना - to run - द्रवति

35.  स्रु - बहना - to flow - स्रवति

36.  च्यु - गिरना - to fall - च्यवति

37.  व्यु - ढकना - to cover - व्यति

38.  श्यु - स्राव करना - to ooze - श्यति

39.  तु - बढ़ना - to grow - तौति

40.  सु - प्रसव करना - to give birth - सौति

41.  वस् - रहना - to dwell - वसति

42.  हस् - हँसना - to laugh - हसति

43.  कास् - खाँसना - to cough - कासति

44.  नास् - नष्ट करना - to destroy - नासति

45.  पा - पीना - to drink - पिबति

46.  धा - रखना - to place - दधाति

47.  दा - देना - to give - ददाति

48.  हा - छोड़ना - to abandon - जहाति

49.  स्था - खड़ा होना - to stand - तिष्ठति

50.  गा - गाना - to sing - गायति

Also read: 1000 Sanskrit words

 

 Dhatu in Sanskrit: Juhotyadi Dhatu Gana

3. जुहोत्यादि (ह्वादि) - हु या जुहोति क्रिया के पूर्व में रहने से इसे जुहोत्यादि गण कहा गया है। इसका कोई गण नहीं है। इसमें धातुओं के पूर्व वर्ण को द्वित्व होता है। द्वित्वाद् प्रथम वर्ण दीर्घ स्वर हस्व हो जाता है। द्वित्व के पश्चात् वर्ण चदि वर्ग का द्वितीय, चतुर्थ रहता है तो क्रमशः प्रथम, तृतीय हो जाता है। इसी क्रम से कवर्ग - चवर्ग में परिवर्तित हो जाता है और हकार जकार में बदल जाता है। लट्, लोट्, लङ् और विधिलिङ् में धातु के अन्तिम स्वर का गुण हो जाता है।

यथा - हु धातु । द्वित्व होने पर हु + हु + ति । ज होने पर जु + हु + ति । गुण होने पर जुहोति बनता है 

Juhotyadi Dhatu Vocabulary 

1.    हु - हवन करना - to offer - जुहोति

2.    ह्वे - बुलाना - to call - जिह्वेति

3.    वे - बुनना - to weave - विवेति

4.    वा - उल्टी करना - to vomit - विवाति

5.    वै - बुनना - to weave - विवायति

6.    पू - शुद्ध करना - to purify - पूपोति

7.    छु - छिपाना - to hide - चिछति

8.    खी - थकना - to be tired - चिख्यायति

9.    नी - ले जाना - to lead - निनीति

10.  शी - सोना - to sleep - शिशेति

11.  दी - चमकना - to shine - दीदेति

12.  पा - पीना - to drink - पिपाति

13.  धा - रखना - to place - दधाति

14.  दा - देना - to give - ददाति

15.  हा - छोड़ना - to abandon - जहाति

16.  या - जाना - to go - याति

17.  भू - होना - to be - बभूति

18.  सू - उत्पन्न करना - to produce - सुसोति

19.  दू - दुख देना - to cause pain - दुदोति

20.  कू - ध्वनि करना - to sound - चिकोति

21.  जू - तेज करना - to hasten - जुजोति

22.  तू - बढ़ना - to grow - तितोति

23.  री - जाना - to go - रिरेति

24.  ली - लिपटना - to cling - लिलति

 

Dhatu in Sanskrit: Divadi Dhatu Gana

4. दिवादि - दिवादिभ्यः श्यन - दिव् धातु को प्रथम होने से इसे दिवादि गण कहा गया है। इसका गण चिह्न '' है। यह चिह्न लट्, लोट् और विधिलिङ् लकारों में स्पष्ट दिखाई पड़ता है। इसमें उपधा के स्वर का दीर्घ हो जाता है।

यथा:- दिव् श्यन् (य) ति दीव्यति।

Divadi Dhatu Vocabulary 





1. दिव्

 खेलना / चमकना

 To play / to shine

 दिव्यति

2. नन्द्

 आनन्दित होना

 To rejoice

 नन्द्यति

3. तण्ड्

 मारना

 To beat

 तण्ड्यति

4. नृत्

 नाचना

 To dance

 नृत्यति

5. श्वस्

 साँस लेना

 To breathe

 श्वस्यति

6. तुद्

 मारना / प्रहार करना

 To strike

 तुद्यति

7. पच्

 पकाना

 To cook

 पच्यति

8. क्रीड्

 खेलना

 To play

 क्रीड्यति

9. स्पर्ध्

 ईर्ष्या करना

 To envy/compete

 स्पर्ध्यति

10. तृप्

 तृप्त होना

 To be satisfied

 तृप्यति

11. भृश्

 अत्यधिक होना

 To be intense

 भृश्यति

12. क्षुभ्

 हिलना / कंपित होना

 To shake/tremble

 क्षुभ्यति

13. नट्

 नृत्य करना

 To perform dance

 नट्यति

14. वृध्

 बढ़ना

 To grow

 वृध्यति

15. दंश्

 काटना / डसना

 To bite

 दंश्यति

16. कुर्द्

 कूदना

 To leap

 कुर्द्यति

17. स्फुर्

 फड़कना

 To throb/vibrate

 स्फुर्यति

18. गर्ज्

 गरजना

 To roar

 गर्ज्यति

19. मृद्

 मलना

 To rub

 मृद्यति

20. खिद्

 दुखी होना

 To be sorrowful

 खिद्यति

21. श्रम्

 थकना

 To be tired

 श्रम्यति

22. मण्ड्

 सजाना

 To decorate

 मण्ड्यति

23. सर्ज्

 उत्पन्न करना

 To create

 सर्ज्यति

24. तर्ज्

 डराना

 To threaten

 तर्ज्यति

25. वर्ज्

 त्याग करना

 To renounce

 वर्ज्यति

26. तृष्

 प्यास लगना

 To be thirsty

 तृष्यति

27. बर्ह्

 उड़ाना

 To fly/lift

 बर्ह्यति

28. हृष्

 प्रसन्न होना

 To rejoice

 हृष्यति

29. क्रुध्

 क्रोधित होना

 To be angry

 क्रुध्यति

30. स्पृह्

 इच्छा करना

 To desire

 स्पृह्यति

31. स्पन्द्

 कंपित होना

 To quiver

 स्पन्द्यति

32. विकस्

 खिलना

 To blossom

 विकस्यति

33. स्फुट्

 फटना

 To burst

 स्फुट्यति

34. शुष्

 सूखना

 To dry

 शुष्यति

35. लष्

 चमकना

 To shine

 लष्यति

36. व्यध्

 बेधना

 To pierce

 व्यध्यति

37. रम्

 रमण करना

 To enjoy

 रम्यति

38. स्खल्

 फिसलना

 To slip

 स्खल्यति

39. स्मर्

 स्मरण करना

 To remember

 स्मर्यति

40. गल्

 गिरना

 To fall

 गल्यति

41. स्तम्भ्

 स्थिर होना

 To stand still

 स्तम्भ्यति

42. ह्लाद्

 प्रसन्न होना

 To be delighted

 ह्लाद्यति

43. शम्

 शांति पाना

 To become calm

 शम्यति

44. विकम्प्

 हिलना

 To tremble

 विकम्प्यति

45. भ्रम्

 भ्रमण करना

 To roam/wander

 भ्रम्यति

46. ध्वंस्

 नष्ट करना

 To destroy

 ध्वंस्यति

47. वल्ग्

 कूदना

 To jump

 वल्ग्यति

48. द्रुत्

 दौड़ना

 To run

 द्रुत्यति

 

 Dhatu in Sanskrit: Swadi Dhatu Gana

5. स्वादि - स्वादिभ्यः स्तु - सु धातु के प्रथम होने से इसे स्वादिसंज्ञक गण कहा गया है। इसका चिह्न है - नु जो लट्, लोट्, लङ् और विधिलिङ् में दिखाई पड़ता है। 'नु' का गुण होने पर नो शेष बचता है। उत्तमपुरुष के द्विवचन और बहुवचन में 'नु' के उकार का विकल्प से लोप हो जाता है। यथा- सुनोति । उत्तम पुरुष में- सुन्वः, सुनुवः, सुनुमः, रसुन्मः आदि ।

Swadi Dhatu Vocabulary 

1.     सु - प्रसव करना - to give birth - सुनोति

2.     नु - प्रशंसा करना - to praise - नुनोति

3.     रु - रुकना - to stop - रुणोति

4.     शु - चमकना - to shine - शुनोति

5.     यु - मिलाना - to join - युनोति

6.     तु - बढ़ना - to grow - तुनोति

7.     दु - जलाना - to burn - दुनोति

8.     क्षु - भूखा होना - to be hungry - क्षुणोति

9.     लु - काटना - to cut - लुनोति

10.  पु - शुद्ध करना - to purify - पुनोति

11.  मु - मुक्त करना - to release - मुनोति

12.  जु - तेज करना - to hasten - जुनोति

13.  कु - ध्वनि करना - to sound - कुनोति

14.  स्नु - स्राव करना - to flow - स्नुनोति

15.  धू - हिलाना - to shake - धुनोति

16.  क्रु - रोना - to cry - क्रुनोति

17.  भ्रू - भटकना - to wander - भ्रूणोति

18.  ध्रु - स्थिर रहना - to be firm - ध्रुणोति

19.  टु - हिलना - to move - टुनोति

20.  णु - गाना - to sing - णुनोति

21.  च्यु - गिरना - to fall - च्युनोति

22.  ज्यु - चमकना - to shine - ज्युनोति

23.  स्रु - बहना - to flow - स्रुनोति

24.  म्रु - मरना - to die - म्रुनोति

25.  द्रु - दौड़ना - to run - द्रुनोति

26.  ह्रु - लज्जा करना - to be ashamed - ह्रुणोति

27.  कृ - करना - to do - कृणोति

28.  वृ - चुनना - to choose - वृणोति

29.  पृ - रक्षा करना - to protect - पृणोति

30.  दृ - फटना - to tear - दृणोति

31.  मृ - मरना - to die - मृणोति

32.  सृ - गति करना - to move - सृणोति

33.  क्षृ - नष्ट करना - to destroy - क्षृणोति

34.  तृ - पार करना - to cross - तृणोति

35.  खृ - खींचना - to pull - खृणोति

36.  गृ - ग्रहण करना - to seize - गृणोति

37.  शृ - काटना - to cut - शृणोति

38.  हृ - हरना - to take away - हृणोति

39.  भृ - धारण करना - to bear - भृणोति

40.  चृ - चयन करना - to choose - चृणोति

41.  जृ - पुराना होना - to grow old - जृणोति

42.  श्लु - ढीला करना - to loosen - श्लुनोति

43.  ग्लु - थकना - to be tired - ग्लुनोति

44.  क्सु - क्षय करना - to decay - क्सुणोति

45.  त्सु - चुराना - to steal - त्सुनोति

46.  द्सु - दुख देना - to cause pain - द्सुनोति

47.  स्सु - स्राव करना - to flow - स्सुनोति

48.  क्नु - ध्वनि करना - to sound - क्नुनोति

49.  ध्नु - धनुष चलाना - to shoot an arrow - ध्नुनोति

50.  म्नु - मनन करना - to meditate - म्नुनोति

 

 Dhatu in Sanskrit: Tudadi Dhatu Gana

6. तुदादितुदादिभ्यः शः - तुद् धातु के प्रथम होने से इसे तुदादि गण कहा गया है। इसका गण चिह्न है शः (अ) जो लट्, लोट्, लङ् और विधिलिङ लकारों में दृष्टिगत होता है। यद्यपि भ्वादि और तुदादि दोनों का गण चिह्न भी '' है किन्तु भ्वादि में धातु के अन्तिम स्वर उपधा स्वर का गुण हो जाता है जबकि तुदादि में ऐसा नहीं होता है। यथा - तुद् अति तुदति ।

Tudadi Dhatu Vocabulary 





1. तुद्

 मारना

 to strike

 तुदति

2. भिद्

 चीरना

 to split

 भिनत्ति

3. स्पृश्

 छूना

 to touch

 स्पृणत्ति

4. दृश्

 देखना

 to see

 पश्यति

5. मृग्

 खोज करना

 to search

 मृगयते (Atmanepadi)

6. व्रश्च्

 काटना

 to cut

 व्रश्चति

7. दंश्

 काटना

 to bite

 दंशति

8. भ्रंस्

 गिराना

 to make fall

 भ्रंसति

9. स्रंस्

 फिसलना

 to slip

 स्रंसति

10. द्रंस्

 गिराना

 to drop

 द्रंसति

11. मृश्

 छूना / विचार करना

 to touch / to consider

 मृणत्ति

12. क्रश्

 दबाना

 to press

 क्रशति

13. वृश्

 पीटना

 to beat

 वृशति

14. घर्ष्

 घिसना

 to rub / to grind

 घर्षति

15. द्रुश्

 देखना

 to see

 द्रक्ष्यति (Irregular)

16. तर्ज्

 डराना / धमकाना

 to threaten

 तर्जति

17. क्षर्

 बहना

 to flow

 क्षरति

18. धृष्

 साहस करना

 to be bold

 धर्षति

19. दर्श्

 देखना

 to see

 दर्शति (rare)

20. गर्ह्

 निंदा / दोष निकालना

 to blame

 गर्हति

21. पृष्

 पूछना

 to ask

 पृच्छति

22. गृह्

 पकड़ना

 to grasp

 गृह्णाति

23. वेष्ट्

 लपेटना

 to wrap

 वेष्टति

24. शप्

 शपथ लेना

 to swear

 शपति

25. रभ्

 पकड़ना

 to seize

 रभति

26. खद्

 चबाना

 to chew

 खदति

27. ग्रस्

 निगलना

 to swallow

 ग्रसति

28. पच्

 पकाना

 to cook

 पचति

29. लिख्

 लिखना

 to write

 लिखति

30. रुन्ध्

 रोकना

 to obstruct

 रुन्धति

31. दह्

 जलाना

 to burn

 दहति

32. लुण्ठ्

 लूटना

 to rob

 लुण्ठति

33. लङ्घ्

 लाँघना

 to cross over

 लङ्घति

34. सन्ध्

 जोड़ना

 to join

 सन्धति

35. बन्ध्

 बाँधना

 to bind

 बध्नाति

36. लभ्

 पाना

 to obtain

 लभते (Atmanepadi)

37. रक्ष्

 रक्षा करना

 to protect

 रक्षति

38. स्फुट्

 फटना

 to burst

 स्फुटति

39. वर्ज्

 त्यागना

 to abandon

 वर्जति

40. स्रव्

 टपकना

 to drip

 स्रवति

41. खर्च्

 खर्च करना

 to spend

 खर्चति

42. स्पर्ध्

 ईर्ष्या करना

 to envy / to compete

 स्पर्धति

43. मर्ष्

 सहन करना

 to tolerate

 मर्षति

44. स्तम्भ्

 रोकना

 to stop

 स्तम्भति

45. वल्ग्

 कूदना

 to leap

 वल्गति

46. भर्ज्

 भूनना

 to roast

 भर्जति

 

 Dhatu in Sanskrit: Tanadi Dhatu Gana

7. तनादि - तनादिकृञ्भ्यः उः' तन्' धातु के आदि में रहने से इसे तनादि गण की संज्ञा से अभिहित किया गया है। इस गण का चिह्न '' है। यह लट्, लोट्, लङ और विधिलिङ् में '' के रूप में मालूम पड़ता है। यथा - तन् + उ (ओ) + ति = तनोति ।

Tanadi Dhatu Vocabulary 

1.  तन् - विस्तार करना - to extend - तनोति

2.  हु - हवन करना - to offer - जुहोति

3.  सन् - देना - to give - सनोति

4.  स्तु - प्रशंसा करना - to praise - स्तौति

5.  दु - जलाना - to burn - दुनोति

6.  मन् - सोचना - to think - मनोति

7.  वि - प्रवेश करना - to enter - विनोति

8.  शु - चमकना - to shine - शुनोति

9.  यु - मिलाना - to join - युनोति

10.  लु - काटना - to cut - लुनोति

11.  नु - प्रशंसा करना - to praise - नौति

12.  रु - रोना - to cry - रौति

13.  जु - तेज करना - to sharpen - जुनोति

14.  श्रु - सुनना - to hear - शृणोति

15.  ग्लू - थकना - to be tired - ग्लौति

16.  स्नु - स्राव करना - to flow - स्नौति

17.  धू - हिलाना - to shake - धुनोति

18.  क्षु - भूखा होना - to be hungry - क्षुणोति

19.  वृ - चुनना - to choose - वृणोति

20.  कु - ध्वनि करना - to sound - कुनोति

21.  पु - शुद्ध करना - to purify - पुनोति

22.  लु - काटना - to cut - लुनोति

23.  सु - दबाना - to press - सुनोति

24.  मु - मुक्त करना - to release - मुनोति

25.  रु - रुकना - to stop - रुणोति

26.  टु - हिलना - to move - टुनोति

27.  णु - गाना - to sing - णौति

28.  ध्रु - स्थिर रहना - to be firm - ध्रौति

29.  भ्रु - भटकना - to wander - भ्रौति


Dhatu in Sanskrit: Rudhadi Dhatu Gana 

8. रुधादि - रुधादिभ्यः श्नम् 'रुध्' धातु के प्रथम आने से इसे रुधादि गण कहा गया है। इसका गण चिह्न '' है जो धातु के उपधा के अन्तिम वर्ण में जुट जाता है। यह लट्, लङ, लोट् एवं विधिलिङ् में स्पष्ट दिखाई पड़ता है। यथा रुध् + ति = रुन्ध + ति = रुणद्धि।

Rudhadi Dhatu Vocabulary 

1.  रुध्रोकना (To obstruct) – रुणद्धि

2.  मृद्मसलना (To crush) – मृद्नाति

3.  कृन्त्काटना (To cut) – कृन्तति

4.  व्रण्घायल करना (To injure) – व्रणाति

5.  गृह्पकड़ना (To grasp) – गृह्णाति

6.  मुच्छोड़ना (To release) – मुञ्चति

7.  कृप्करुणा करना (To pity) – कृप्णाति

8.  वञ्च्धोखा देना (To deceive) – वञ्चति

9.  भृश्तीव्र होना (To be intense) – भृश्णाति

10.  निच्झुकना (To bend) – निञ्चति

11.  रम्भ्हिनहिनाना (To neigh) – रम्भति

12.  पिष्पीसना (To grind) – पिणष्टि

13.  धृष्साहसी होना (To be bold) – धृष्णोति

14.  नृध्छिपाना (To hide) – नृध्नाति

15.  विघ्काटना/विनाश करना (To ruin) – विघ्नाति

16.  धृप्ठहराना (To fix) – धृप्णाति

17.  छिद्काटना (To split) – छिनत्ति

18.  श्रन्थ्शिथिल होना (To become loose) – श्रन्थति

19.  द्रिप्छलकना (To overflow) – द्रिप्णाति

20.  छृद्काटना (To sever) – छृन्दति

21.  वञ्च्धोखा देना (To cheat) – वञ्चति

22.  श्रुध्सुनना (To hear) – श्रुणोति

23.  द्रभ्झुकाना (To bend) – द्रभ्नाति

24.  म्रद्मृदु होना (To be soft) – म्रद्नाति

25.  ग्रभ्पकड़ना (To hold) – ग्रभ्णाति

26.  द्रुग्दौड़ना (To run) – द्रुग्णाति

 

 Dhatu in Sanskrit: Krayadi Dhatu Gana

9. क्रयादिक्रयादिभ्यः स्ना - 'क्री' धातु के आदि में रहने से इसका नाम क्रयादिगण पड़ा है। इसका गण चिह्न 'ना' है जो सार्वधातुकी क्रियाओं में दिखाई पड़ता है। शेष लकारों में यह 'नी' के रूप में दिखता है। यथा- क्रीणाति ।

Krayadi Dhatu Vocabulary 

1.   क्रय्खरीदना (To buy) – क्रिणाति

2.   वणिज्व्यापार करना (To trade) – वणक्ति

3.   पनस्बोली लगाना (To bid) – पनक्ति

4.   शपथ्शपथ लेना (To swear) – शपथ्नाति

5.   प्रणिप्साष्टांग प्रणाम करना (To prostrate) – प्रणिप्नाति

6.   समर्प्अर्पण करना (To offer) – समर्प्णाति

7.  विक्रीबेचना (To sell) – विक्रीणाति

8.  संपर्क्संपर्क करना (To connect) – संपर्क्नाति

9.  सम्बन्ध्संबंध बनाना (To relate) – सम्बन्ध्नाति

10.  प्रत्यर्प्वापस देना (To return) – प्रत्यर्प्णाति

11.  अपक्रीनुकसान करना (To harm in trade) – अपक्रीणाति

12.  परिग्रह्संग्रह करना (To collect) – परिगृह्णाति

13.  प्रतिग्रह्प्राप्त करना (To receive) – प्रतिगृह्णाति

14.  संबन्ध्जोड़ना (To connect) – सम्बन्ध्नाति

15.  विपण्बेचने का कार्य (To market) – विपणति

 

 Dhatu in Sanskrit: Churadi Dhatu Gana

10. चुरादि - चुरादिभ्यो णिच् - इसकी प्रथम धातु चुर् होने से यह चुरादिगण संज्ञक है। इसका चिह्न 'णिच्' है जो 'अय्' के रूप में दिखता है। उपधा स्वर के गुण होने से इसका रूप - चुर् + अय् + ति = चोरयति होता है।

Churadi Dhatu Vocabulary 

1.    चुर्चुराना (To steal) – चोरयति

2.    स्पर्ध्स्पर्धा करना (To compete) – स्पर्धयति

3.    सूच्सुझाव देना (To suggest) – सूचयति

4.    नृत्नाचना (To dance) – नर्तयति

5.    श्रध्श्रद्धा करना (To believe) – श्रद्धयति

6.    शोभ्शोभा देना (To shine) – शोभयति

7.    दास्गुलाम बनाना (To enslave) – दासयति

8.    तृष्प्यास लगना (To thirst) – तृषयति

9.    शुभ्शुभकामना देना (To bless) – शुभयति

10.  सञ्च्इकट्ठा करना (To gather) – संचयति

11.  सुध्याद करना (To remember) – सुधयति

12.  वञ्च्धोखा देना (To deceive) – वञ्चयति

13.  विध्विनाश करना (To destroy) – विधयति

14.  वृत्बताना (To narrate) – वर्तयति

15.  लज्ज्शर्मिंदा करना (To embarrass) – लज्जयति

16.  चिन्त्चिंता करना (To worry) – चिन्तयति

17.  गर्ज्गर्जना करना (To roar) – गर्जयति

18.  हृष्आनंदित करना (To delight) – हृषयति

19.  विस्मृभूलना (To forget) – विस्मारयति

20.  प्रहृष्अत्यधिक आनंदित करना (To gladden) – प्रहृषयति

21.  जर्जर्खंडित करना (To break down) – जर्जरयति

22.  श्लाघ्प्रशंसा करना (To praise) – श्लाघयति

23.  विस्मय्चकित करना (To astonish) – विस्मययति

24.  सङ्कल्संकल्प करना (To resolve) – संकल्पयति

25.  शम्य्शांत करना (To pacify) – शमयति

26.  अर्च्पूजा करना (To worship) – अर्चयति

27.  वन्द्प्रणाम करना (To salute) – वन्दयति

28.  निन्द्निंदा करना (To criticize) – निन्दयति

29.  प्रशंस्सराहना करना (To admire) – प्रशंसयति

30.  कर्प्कटाव करना (To cut) – कर्पयति

31.  प्रणम्नमस्कार करना (To bow) – प्रणमयति

32.  सम्मन्स्वीकार करना (To accept) – सम्मनयति

33.  उपदेश्उपदेश देना (To instruct) – उपदेशयति

34.  चिन्ह्पहचानना (To recognize) – चिन्हयति

35.  विप्रलभ्धोखा देना (To deceive) – विप्रलभयति

36.  परिहास्मज़ाक करना (To joke) – परिहासयति

37.  आश्वस्ढाँढस देना (To console) – आश्वासयति

38.  अभिवन्द्अभिवादन करना (To greet) – अभिवन्दयति

39.  तर्ज्धमकाना (To threaten) – तर्जयति

40.  सम्भाष्बातचीत करना (To converse) – सम्भाषयति

41.  विकल्प्विकल्प देना (To offer choice) – विकल्पयति

42.  सन्देश्संदेश देना (To inform) – सन्देशयति

43.  भर्त्स्फटकारना (To scold) – भर्त्सयति

44.  विचिन्त्विचार करना (To contemplate) – विचिन्तयति

45.  शमम्समाप्त करना (To end) – शमयति

46.  दण्ड्दंड देना (To punish) – दण्डयति

47.  मण्ड्सजाना (To decorate) – मण्डयति

48.  समाचर्आचरण करना (To behave) – समाचरयति

49.  विरक्त्विरक्ति करना (To renounce) – विरक्तयति

50.  उत्साह्उत्साहित करना (To encourage) – उत्साहयति

 

 Dhatu in Sanskrit: Lakara

लकार (Lakars)

संस्कृत व्याकरण में काल एवं मानसिक वृत्ति के अनुसार क्रिया के रूप में जो परिवर्तन होता है तथा क्रिया के करने में जो समय लगता है उसे काल कहा जाता है। सामान्यतया काल के तीन भेद हैं - भूत, वर्तमान और भविष्यत्। इसलिए इन तीनों कालों में 'तिङ्' प्रत्यय के अलग रूपों का योग होता है। इसके अतिरिक्त वक्ता की मनोवृत्ति के अनुसार भी क्रिया के रूप में अन्तर पड़ता है जिससे तदनुसार भी 'तिङ्' प्रत्यय के अलग-अलग रूपों का योग होता है। इसीलिए काल और वक्ता की मनोवृत्ति के अनुसार संस्कृत की सभी क्रियाओं को दस भागों में विभक्त किया गया है जिन्हें लकार कहते हैं। संस्कृत में लकार 10 प्रकार के होते हैं। जिनका विस्तृत अध्ययन लकार वाले Article में कर सकते हैं।

 

Dhatu in Sanskrit: Person

पुरुष (Person )

क्रियापद का प्रयोग तीनों पुरुष एवं तीनों वचनों में किया जाता है। संस्कृत में पुरुष तीन प्रकार के होते हैं। यथा : 1. प्रथम पुरुष  2. मध्यम पुरुष  3. उत्तम पुरुष।

1. प्रथम पुरुष - जिसके विषय में कोई बात की जय वह प्रथम पुरुष कहलाता है। यथा:- राम (वह) विद्यालय जा रहा है। इस वाक्य से स्पष्ट पता चलता है कि यह बात की जा रही है कि, वह (राम) विद्यालय जा रहा है।

2. मध्यम पुरुष - जिससे कुछ कहा जाय वह मध्यम पुरुष कहलाता है। मध्यम पुरुष को श्रोता भी कहा जाता है।   यथा:- तुम विद्यालय जा रहे हो। इस वाक्य से यह स्पष्ट होता है कि कोई एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को कह रहा है कि तुम विद्यालय जा रहे हो। मतलब दूसरा व्यक्ति सुन रहा है।

3. उत्तम पुरुष - कहने वाले को उत्तम पुरुष कहते हैं। उत्तम पुरुष को वक्ता भी कहा जाता है। यथा:- मैं विद्यालय जा रहा हूँ। इस वाक्य से स्पष्ट है कि व्यक्ति खुद कह रहा है कि मैं विद्यालय जा रहा हूँ।

 

Vachan kise kahate hain

वचन (Number)

वचन - जिससे किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान आदि को देखकर, सुनकर, जानकर मनों में गिनने की प्रवृति उत्पन्न हो, उसे संख्या/वचन कहते हैं।

संस्कृत में वचन तीन प्रकार के होते हैं।  1. एकवचन  2. द्विवचन  3. बहुवचन

 

एकवचन - जिससे एक संख्या का बोध हो, उसे एकवचन कहते हैं। यथा :- एक कलम , एक किताब आदि।

द्विवचन - जिससे दो संख्या का बोध हो, उसे द्विवचन कहते हैं। यथा :- दो कलम , दो किताब आदि।

बहुवचन - जिससे दो संख्या से अधिक संख्या का बोध हो, उसे बहुवचन कहते हैं। यथा :- तीन कलम पांच किताबें आदि।

परस्मैपदी तिङ् प्रत्यय पुरुष एवं वचन के साथ

पुरुष

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

प्रथम

तिप् (ति)

तस् (तः)

झि (अन्ति)

मध्यम

सिप् (सि)

थस् (थः)

उत्तम

मिप् (आमि)

वस् (वः)

मस् (मः)

 

 

पुरुष

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

प्रथम

ति

तः

अन्ति

मध्यम

सि

थः

उत्तम

आमि

आवः

आमः


इन्हीं प्रत्ययों के विशिष्ट रूप भिन्न - भिन्न लकारों में धातुओं के साथ लगाए जाते हैं, जिन्हे कर्तृ: (कर्ता)  Subject कहा जाता है।

पुरुष

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

 

 प्रथम

सः = वह (पुल्लिंग)

सा = वह (स्त्रीलिंग)

तत् = वह (नपुंसकलिंग)

तौ = वेदोनों

ते = वेदोनों

ते = वेदोनों

ते = वेलोग

ता = वेलोग

तानि = वेलोग

 

मध्यम

त्वम् = तुम

युवाम = तुमदोनों


यूयम = तुमलोग


उत्तम

अहम् = मैं


आवाम = हमदोनों

वयम = हमलोग

 

Dhatu in Sanskrit: Set and Anit Dhatu

सेट् और अनिट् धातु

संस्कृत में धातुएँ दो प्रकार की होती हैं (1) सेट् और (2) अनिट् । जिन धातुओं के लृट्, लुट् एवं लृङ् लकारों में 'इट्' (इ) का आगम होता है वह सेट् और जिन लकारों में इट् का प्रयोग नहीं होता है वह अनिट् कहलाता है।

Set Dhatu Example

धातु - भू (भव)

सेट् धातु रूप:-

लकार

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

लृट् लकार

भविष्यति

भविष्यतः

भविष्यन्ति

लुट् लकार

भविता

भवितारौ

भवितारः

लृङ् लकार

अभविष्यत्

अभिष्यताम्

अभविष्यन्

 

Anit Dhatu Example

धातु - दा

अनिट् धातु रूप:-

लकार

एकवचन

द्विवचन

बहुवचन

लृट् लकार

दास्यति

दास्यतः

दास्यन्ति

लुट् लकार

दाता

दातारौ

दातारः

लृङ् लकार

अदास्यत्

अदास्यताम्

अदास्यन्

 

 Dhatu in Sanskrit: Transitive and Intransitive Verb

अकर्मक और सकर्मक (क्रियाधातु (Transitive & Intransitive Verb)

अकर्मक क्रिया (धातु) - जिन धातुओं का फल और व्यापार केवल कर्त्ता तक ही सीमित हो उन्हें अकर्मक क्रिया (धातु) कहते हैं।

जैसे -  बालकः शेते' इस वाक्य में शेते (सोता है), क्रिया का फल बालक तक ही सीमित है, अतः इसे अकर्मक (क्रियाधातु कहेंगे।

 

 Dhatu: Intransitive verb

सकर्मक (क्रियाधातु - जिन क्रियाओं का फल कर्ता से भिन्न किसी अन्य पर पड़ता हो उसे सकर्मक क्रिया (धातु) कहते हैं।

जैसे -  "बालकः मोदकम् खादति" इस वाक्य में कर्त्ता का व्यापार और फल कर्म तक जाता है, अतः यह सकर्मक (क्रियाधातु है।

 

संस्कृत में निम्न श्लोक से अकर्मक धातुएँ स्पष्ट हो जाती हैं-

लज्जा सत्ता स्थिति जागरणम्

वृद्धि क्षय भय जीवन मरणम्।

शयन क्रीडा रुचि दीप्त्यर्थम्

धातुगणन्तमकर्मकमाहुः।

 

अर्थात् - लज्जा, सत्ता, स्थिति, जागरणम्, वृद्धि, क्षय, भय, जीवन, मरण, शयन, क्रीडा, रुचि, दीप्ति के अर्थ के धातु अकर्मक होते हैं 


Friends उम्मीद करता हूँ कि Dhatu in Sanskrit Blog Post में Dhatu kise kahte hain और धातु के गण (प्रकार) एवं Dhatu Vocabulary आपको आसानी से समझ में आया होगा। इस Article को share करना मत भूलियेगा। धन्यवाद !

Post a Comment

0 Comments