सीखें English to Sanskrit Translation Voice step-by-step-from beginner to pro level तक।सटीक और धाराप्रवाह Sanskrit Voice Translation बनाने के लिए Sanskrit pratyayas and sentence structures के साथ इस Article में बताया गया है।
English to Sanskrit Translation of Active Voice Sentences
वाच्य (Voice)
Active Voice: कर्तृवाच्य – नियम
➤क्रिया कर्ता के अनुसार
➤कर्ता के अनुसार क्रिया होने से कर्ता प्रधान (उक्त)
➤कर्म के अनुसार क्रिया नहीं होने से कर्म अप्रधान (अनुक्त)
➤कर्ता प्रधान (उक्त) में – प्रथमा विभक्ति
➤कर्म अप्रधान (अनुक्त) में – द्वितीया विभक्ति
हिन्दी वाक्य |
कर्तृवाच्य |
English Translation |
सोहन चन्द्रमा
देखता है |
सोहनः चन्द्रं
पश्यति |
Sohan
looks at the moon. |
मैं तुम्हे देखता
हूँ |
अहं त्वां पश्यामि |
I
see you. |
तुमलोग उन्हें
देखते हो |
यूयं तान् पश्यथ |
You see them? |
लड़के आम खाते हैं |
बालकाः आम्रम्
खादन्ति |
Boys
eat mangoes. |
लड़की पत्र लिखती है |
बालिका पत्रं लिखति |
Girl writes a letter. |
English to Sanskrit Translation of Passive Voice Rules
Passive Voice: कर्मवाच्य – नियम
➤क्रिया कर्म के अनुसार
➤कर्म के अनुसार क्रिया होने से कर्म प्रधान (उक्त)
➤कर्ता के अनुसार क्रिया नहीं होने से कर्ता अप्रधान (अनुक्त)
➤कर्म प्रधान (उक्त) में – प्रथमा विभक्ति
➤कर्ता अप्रधान (अनुक्त) में – द्वितीया
क्रिया पद में “य” का योग कर उसे आत्मनेपदी रूप बनाकर प्रयोग किया जाता है।
यथा – पठति – पठ्यते
हिन्दी वाक्य |
कर्मवाच्य |
English Translation |
सोहन के द्वारा
चन्द्रमा देखा जाता है |
मोहनेन चन्द्रः
दृश्यते |
The
moon is seen by sohan. |
मेरे द्वारा तुम्हे
देखा जाता है |
मया त्वं दृश्यते |
You
are seen by me. |
तुमलोगों के द्वारा
उन्हें देखा जाता है |
युस्माभिः ते
दृश्यन्ते |
They
are seen by you. |
लडकों के द्वारा आम
खाया जाता है |
बालकै: आम्रं
खाद्यते |
Mango
is eaten by boys. |
लड़की द्वारा पत्र
लिखी जाती है |
बालिकया पत्रं
लिख्यते |
The
letter is written by the girl. |
English to Sanskrit Translation of Impersonal Voice in Sanskrit Grammar
Impersonal Voice: भाववाच्य – नियम
➤क्रिया भाव के अनुसार
➤भाव के अनुसार क्रिया होने से भाव प्रधान (उक्त)
➤भाववाच्य में कर्म नहीं होता है।
➤भाववाच्य में कर्ता उक्त होने से उसमें सदैव तृतीया होती है।
➤भाववाच्य के क्रिया में भी “य” लगाकर आत्मनेपद धातु रूप का प्रयोग किया जाता है।
➤भाववाच्य में क्रिया हमेशा प्रथम पुरुष के एकवचन में ही होती है।
हिन्दी
वाक्य |
कर्तृवाच्य
|
English sentence |
मैं हँसता हूँ।
|
अहम् हसामि |
I laugh. |
तुम ठहरते हो।
|
त्वं तिष्ठसि |
You stay. |
लड़के रोते हैं।
|
बालकाः रुदन्ति |
Boys cry. |
वह हँसती है।
|
सा हसति |
She laughs. |
वेलोग गाते हैं। |
ते गायन्ति।
|
They sing. |
हिन्दी
वाक्य |
भाववाच्य
|
English sentence |
मेरे द्वारा हँसा जाता है।
|
मया ह्स्यते। |
Being laughed by me. |
तुम्हारे द्वारा ठहरा जाता है।
|
त्वया स्थीयते |
Being stayed by you |
लडकों द्वारा रोया जाता है।
|
बालकै: रुद्यते |
Being cried by boys |
उसके द्वारा हंसी जाती है।
|
तया हस्यते |
Being laughed by her. |
वेलोगों के द्वारा गाया जाता है।
|
तै: गीयते |
Being sung by them. |
English to Sanskrit Translation Voice with Kta and Ktavatu Pratyaya
Kta and Ktavatu Pratyaya: क्त और क्तवतु प्रत्यय का प्रयोग
Kta Pratyaya: क्त निष्ठा
भूतकालिक क्रिया के लिए कृदन्तीय प्रत्यय “क्त” का प्रयोग होता है। “क्त” प्रत्यय का प्रयोग प्रायः कर्मवाच्य में होता है।
यथा:- गम् + क्त = गतः, गतम्, गता (तीनों लिंगों में)
हिन्दी वाक्य |
कर्मवाच्य |
अंग्रेजी अनुवाद |
उसके द्वारा पत्र लिखा गया
|
तेन पत्रं लिखितम् |
The letter was written
by him. |
गुरु के द्वारा धर्म समझाया गया
|
गुरुणा धर्मः बोधितः |
Religion was explained
by the Guru. |
मुझसे वहां नहीं हँसा गया है
|
मया तत्र न हसितम् |
I couldn’t laugh there |
उसके द्वारा गीत नहीं गाया गया
|
तेन गीतं न गीतम् |
The song was not sung by
him. |
लडकों द्वारा वहां क्या किया गया?
|
बालकै: तत्र किम् कृतम् |
What did the boys do
there? |
राम के द्वारा बाली मारा गया
|
रामेण बालिः हतः |
Bali was killed by Ram. |
तुम्हारे द्वारा वहां क्या खरीदा गया?
|
त्वया तत्र किम् क्रीतम् |
What did you by there? |
अर्जुन कृष्ण के द्वारा समझाए गए
|
अर्जुनं कृष्णेन प्रबोधितम् |
Arjun was explained by
Krishna. |
मेरे द्वारा कथा सुनी गयी
|
मया कथा श्रुता |
I listened to the story. |
तुम्हारे द्वारा गीत गाया गया
|
त्वया गीतं गीतम् |
The song was sung by
you. |
Past Participle Sentences in English to Sanskrit Translation Voice with Ktavatu Pratyaya
Ktavatu Pratyaya: “क्तवतु” निष्ठा
भूतकालिक क्रिया के लिए कृदन्तीय “क्तवतु” प्रत्यय का प्रयोग होता है. “क्तवतु” प्रत्यय का प्रयोग कर्तृवाच्य में होता है। यथा – गम् + क्तवतु = गतवान्, गतवत्, गतवता (तीनों लिंगो में)
क्तवतु (तवत् =
वान्)
हिन्दी अनुवाद |
कर्तृवाच्य |
Translation |
राम ने बाण से रावण को मारा
|
रामः बाणेन रावणं हतवान् |
Ram killed ravana
with an arrow. |
पिताजी अचानक जा चुके
|
पिताजीवः सहसा गतवान् |
Father left suddenly. |
उसकी शंका दूर हो गई
|
तस्य शंका: गतवती |
His doubts were
dispelled. |
हमलोग घर पहुँच गये
|
वयं गृहं प्राप्तवन्तः |
We reached home. |
लड़का सो गया
|
बालकः सुप्तवान् |
The boy slept. |
तुमने पुस्तक कहाँ रख दी?
|
त्वं पुस्तकं कुत्र रक्षितवान् |
Where did you put the
book? |
मैंने नौकरों को वेतन दे दिया
|
अहम् भृत्येभ्यो वेतनं दत्तवान् |
I paid salaries to the
servants. |
राधा ने हाथ समेट ली
|
राधा हस्तं संकोचितवति |
Radha folded her hands. |
वह निबन्ध लिख चूका
|
सः निबंधं लिखितवान् |
He has written the essay. |
लड़की महल से गिर गई
|
बालिका प्रासादात् पतितवती |
The girl fell from the
palace. |
Using Ktva and Lyap Pratyaya in English to Sanskrit Translation Voice
Ktva and Lyap Pratyaya: क्तवा और ल्यप् प्रत्यय का प्रयोग (कर अर्थ में)
Ktva Pratyaya: क्तवा ल्यप्श्च
“क्तवा” और “ल्यप्” प्रत्ययों का प्रयोग “कर” अर्थ में होता है. किन्तु “ल्यप्” प्रत्यय के योग से बने धातुज शब्द में उपसर्ग का प्रयोग होता है। यथा:
➤पठ् + क्तवा = पठित्वा = पढ़कर
➤गम् + क्तवा = गत्वा = जाकर
➤वि + हा + ल्यप् = विहाय = छोड़कर
➤आ + दा + ल्यप् = आदाय = लेकर
हिन्दी
वाक्य |
कर्तृवाच्य |
English Translation |
भोजन कर मैं घर जाऊंगा |
भोजनं कृत्वा अहं
गृहं गच्छामि |
I will go home after having food. |
संस्कृत पढ़कर मैं तुन्हें पढ़ाऊंगा |
संस्कृतं पठित्वा
अहम् त्वां पाठयामि |
I will teach you after reading Sanskrit. |
विद्यालय जाकर मैं तुमको पूछूँगा |
विद्यालयं गत्वा
अहं पृच्छामि |
I will go to school and teach you. |
घर जाकर वह तुम्हे पढ़ाता है। |
गृहं गत्वा सः
त्वां पाठयति |
He goes home and teaches you. |
गेंद खेलकर वह विद्यालय जायेगा |
कन्दुकं क्रीडित्वा
सः विद्यालयं गमिष्यति |
He will go to school after playing ball. |
मुझको छोड़कर तुम कहाँ जाते हो? |
माम् विहाय त्वं
कुत्र गच्छसि |
Where are you going leaving me? |
विषय को समझकर मैं जाऊँगा |
विषयं अवगम्य अहं
गच्छामि |
I will leave after understanding the topic. |
माता को प्रणामकर वह पढ़ेगा |
मातरं प्रणम्य सः
पठिष्यति |
He will read after paying obeisance to his mother. |
राधा से हँसकर वह बात करता है |
राधायाः विहस्य सः
आलपयति |
He talks to Radha laughingly. |
शहर से आकर मैं खाना खाऊंगा |
नगरात् आगम्य अहं
भोजनं खादिष्यामि |
I will have food after coming back from the city. |
Step-by-Step Guide to Using Ktva Pratyayas in English to Sanskrit Translation Voice
हिन्दी
वाक्य |
कर्मवाच्य |
अनुवाद |
भोजन कर मेरे द्वारा घर जाया जायेगा |
भोजनं कृत्वा मया
गृहं गम्यते |
After having food, I will go home. |
संस्कृत पढ़कर मेरे द्वारा तुम्हे
पढ़ाया जायेगा |
संस्कृतं पठित्वा
मया त्वं पाठ्यसे |
I will teach you after studying Sanskrit. |
विद्यालय जाकर मेरे द्वारा तुम्हे
पूछा जायेगा |
विद्यालयं गत्वा
मया त्वं पृच्छयसे |
I will ask you after going to school. |
घर जाकर उसके द्वारा तुम्हे पढ़ाया
जाता है |
गृहं गत्वा तेन त्वं पठ्यसे। |
You go home and are taught by him. |
गेंद खेलकर उसके द्वारा विद्यालय जाया
जायेगा |
कन्दुकं क्रीडित्वा
तेन विद्यालयं गम्यते |
He will go to school after playing ball. |
मुझको छोड़कर तुम्हारे द्वारा कहाँ
जाया जाता है? |
माम् विहाय त्वया
कुत्र गम्यसे |
Where are you going after leaving me? |
विषय को समझकर मेरे द्वारा जाया जायेगा |
विषयं अवगम्य मया
गम्यते |
I will go after understanding the topic. |
माता को प्रणाम कर उसके द्वारा पढ़ा
जायेगा |
मातरं प्रणम्य तेन
पठ्यते |
He will read after paying obeisance to the Mother. |
राधा से हँस कर उसके द्वारा बात किया
जाता है |
राधायाः विहस्य तेन
आलप्यते |
Radha is talked to by him laughingly. |
शहर से आकर मेरे द्वारा खाना खाया
जायेगा |
नगरात् आगम्य मया
भोजनं खाद्यते |
I will eat the food after coming from the city. |
English to Sanskrit Translation Voice for Tumun Pratyaya
Hndi Sentence |
Hindi to Sanskrit Translation |
English Translation |
वह पढ़ने के लिए विद्यालय जाता है |
सः पठितुम्
विद्यालयं गच्छति |
He goes to school to study. |
वह खाना खाने के लिए घर जाता है |
सः भोजनं खादितुम्
गृहं गच्छति |
He goes to home to eat. |
तुम शहर देखने के लिए जाओगे |
त्वं नगरं दृष्ट्वा
गमिष्यसि |
You will go to see the city. |
वह तुम्हें जाने के लिए कहता है |
सः त्वां गन्तुम्
कथयति |
He ask you to go. |
सीता को देखने के लिए लड़के आते हैं |
सीतां द्रष्टुम्
बालकाः आगच्छन्ति |
Boys come to see sita. |
वह प्रतिदिन यहाँ अख़बार देने के लिए
आता है |
सः प्रतिदिनं यत्र
समाचारपत्रं दातुम् आगच्छति |
He comes here every day to deliver newspaper. |
वे लोग धन कमाना चाहते हैं |
ते धनं अर्जितुम्
इच्छन्ति |
They want to earn money. |
ईश्वर भक्तों की रक्षा करने के लिए
अवतार लेते हैं |
ईश्वरः भक्तान्
रक्षितुम् अवतरति |
God incarnates to protect the devotees. |
वे लोग रामायण सुनने के लिए यहाँ आते
हैं |
ते रामायणं
श्रोतुम् अत्र आगच्छन्ति |
They come here to listen to Ramayana. |
मैं गेंद खेलने के लिए जाऊँगा |
अहम् कन्दुकं
क्रीडितुम् गमिष्यामि |
I will go to play ball. |
Purpose Sentences in English to Sanskrit Translation Voice using Tumun Pratyaya
हिन्दी
वाक्य |
कर्मवाच्य |
English Translation |
उसके द्वारा पढ़ने के लिए विद्यालय
जाया जाता है |
तेन पठितुम् विद्यालयं गम्यते। |
He goes to school to study. |
उसके द्वारा खाना खाने के लिए घर जाया
जाता है |
तेन भोजनं खादितुम्
गृहं गम्यते |
He goes home to eat food. |
तुम्हारे द्वारा शहर देखने के लिए
जाया जायेगा |
त्वया नगरं
दृष्ट्वा गम्यते |
Will be taken by you to see the city. |
उसके द्वारा तुम्हें जाने के लिए कहा
जाता है |
तेन त्वां गन्तुम्
कथ्यते |
You are asked by him to go. |
सीता को देखने के लिए लड़के द्वारा
जाया जाता है |
सीतां द्रष्टुम् बालकै: गम्यते। |
The boys comes to see sita. |
उसके द्वारा प्रतिदिन यहाँ अख़बार देने
के लिए आया जाता है |
तेन प्रतिदिनं यत्र समाचारपत्रं दातुम् आगम्यते। |
He comes here every day to deliver newspaper. |
उनलोगों के द्वारा धन कमाना चाहा जाता
हैं |
तै: धनं अर्जितुम् इच्छयते। |
Those people want to earn money. |
ईश्वर के द्वारा भक्तों की रक्षा करने
के लिए अवतार लिया जाता हैं |
ईश्वरेन भक्तान्
रक्षितुम् अवतर्यते |
God takes incarnation to protect the devotees. |
उनलोगों के द्वारा रामायण सुनने के
लिए यहाँ आया जाता हैं |
तै: रामायणं श्रोतुम् अत्र आगम्यते। |
They come here to listen to the Ramayana. |
English to Sanskrit Translation Voice with Shatri and Shanach Pratyaya
Shatri and Shanch Pratyaya: शतृ और शानच् प्रत्यय का प्रयोग
शतृ शानच्
पढ़ता हुआ, खेलता हुआ, दौड़ती हुई, जाती हुई आदि इस प्रकार के अर्थ को प्रकट करने के लिए परस्मैपदी धातु में “शतृ” (अत्) और आत्मनेपदी धातु में “शानच्” (आन्-मान्) प्रत्यय का प्रयोग होता है। यथा:
शतृ” परस्मैपदी धातु रूप
⮞गम् + शतृ = गच्छन् (पुल्लिंग)
⮞गम् + शतृ = गच्छती (स्त्रीलिंग)
⮞गम् + शतृ = गच्छत् (नपुंसकलिंग)
धातु |
अर्थ |
पुल्लिंग |
स्त्रीलिंग |
नपुंसकलिंग |
भू |
होना |
भवान् |
भवन्ती |
भवत् |
पठ् |
पढ़ना |
पठन् |
पठन्ती |
पठत् |
क्री |
खरीदना |
क्रीणान् |
कृणती |
क्रीणात् |
क्रीड् |
खेलना |
क्रीडन् |
क्रीडती |
क्रीडत्
|
हिन्दी
वाक्य |
कर्तृवाच्य |
अंग्रेजी अनुवाद |
दौड़ता हुआ बालक घर जाता है |
धावन् बालकः गृहं
गच्छति |
The boy runs home. |
गाती हुई लड़की घर जाती है |
गायन्ती बालिका
गृहं गच्छति |
The singing girl goes home. |
गरजता हुआ बाघ दौड़ा |
गर्जन् व्याघ्रः
अधावत् |
The tiger ran roaring. |
हँसते हुए लड़के जाते हैं |
हसन्तः बालकाः
गच्छन्ति |
The boys go laughing. |
खेलती हुई राधा जाती है |
क्रीडती राधा गच्छति |
Radha goes while playing. |
Using Present Participles in English to Sanskrit Translation Voice with Shanach Forms
धातु |
अर्थ |
पुल्लिंग |
स्त्रीलिंग |
नपुंसकलिंग |
मन् |
मानना |
मन्यमानः |
मन्यमाना |
मन्यमानम् |
पच् |
पकाना |
पचमान: |
पचमाना |
पचमानम् |
जन् |
पैदा करना |
जायमानः |
जायमाना |
जायमानम् |
कम्प् |
काँपना |
कम्पमान: |
क्म्पमाना |
कम्पमानम् |
वृत् |
होना |
वर्तमानः |
वर्तमाना |
वर्तमानम् |
हिन्दी
वाक्य |
कर्तृवाच्य |
English Sentence |
गुरु की सेवा करता हुआ लड़का ज्ञान
प्राप्त करता है |
गुरुं सेवमान:
बालकः ज्ञानं लभते |
A boy acquires knowledge while serving Guru. |
चावल पकाता हुआ रसोइया सोता है |
ओदनं पचमान: पाचकः
शेते |
The cook is asleep while the rice is being cooked.
|
भिक्षा मांगता हुआ भिक्षु इधर-उधर
देखता है |
भिक्षां याचमान:
याचकः इतस्ततः पश्यति |
The monk begging for alms looks here and there. |
भटकता हुआ मुर्ख कुआँ में गिरता है |
द्रन्द्म्यमाना:
मूढाः कूपे पतिष्यन्ति |
A wondering fool falls into a well. |
विद्वान् मानता हुआ वेद नहीं पढ़ता है |
मन्यमाना:
विद्वांस: वेदं न पठन्ति |
The scholar believes that there is no difference. |
हिन्दी
वाक्य |
भाववाच्य |
इंग्लिश अनुवाद |
गुरु की सेवा करता हुआ लड़का द्वारा
ज्ञान प्राप्त किया जाता है |
गुरुं सेवमानेन
बालकेन ज्ञानं लभ्यते |
Knowledge is attained by a boy while serving his
Guru. |
चावल पकाता हुआ रसोइया द्वारा सोया
जाता है |
ओदनं पचमानेन
पाचकेन शय्य्ते |
The rice is cooked and the cook sleeps. |
भिक्षा मांगते हुए भिक्षु द्वारा
इधर-उधर देखा जाता है |
भिक्षां याचमानेन
याचकेन इतस्ततः दृश्यते |
The monk is seen here and there asking for alms. |
भटकता हुआ मुर्ख द्वारा कुआँ में गिरा
जाता है |
द्र्न्दम्यमानै: मूढै: कूपे पतिष्यन्ते। |
A wondering fool falls into a well. |
विद्वान् द्वारा मानते हुए वेद नहीं
पढ़ा जाता है |
मन्यमानै:
विद्वद्भि: वेदं न पठ्यन्ते |
Vedas are not read by scholars as per their belief. |
विशेष – शतृ (अत्) प्रत्ययान्त शब्दों के स्त्रीलिंग शब्द रूप बनाने हेतु लट् लकार प्रथम पुरुष के बहुवचन के जो रूप होते हैं, उसमें ई (डीप्) जोड़ा जाता है। यथा:
➤पठन्ति + ई = पठन्ती
➤कूजन्ति + ई = कुजन्ती
➤गच्छन्ति + ई = गच्छन्ती
➤पूजयन्ति + ई = पुज्यन्ती
इस तरह के स्त्रीलिंग रूपों को शब्द रूप बनाने हेतु नदी के समान रूप चलते हैं। यथा:
विभक्ति |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमा
|
पठन्ती |
पठन्त्यौ |
पठन्त्यः |
द्वितीया
|
पठन्तीम् |
पठन्त्यौ |
पठन्ती: |
तृतीया
|
पठन्त्या |
पठन्तीभ्याम् |
पठन्तीभिः |
चतुर्थी
|
पठन्त्यै |
पठन्तीभ्याम् |
पठन्तीभ्यः |
पञ्चमी
|
पठन्त्या: |
पठन्तीभ्याम् |
पठन्तीभ्यः |
षष्ठी
|
पठन्त्या: |
पठन्त्यो: |
पठन्तीनाम् |
सप्तमी
|
पठन्त्यां |
पठन्त्यो: |
पठन्तीषु |
संबोधन
|
हे ! पठन्ति |
हे ! पठन्त्यौ |
हे ! पठन्त्यः |
English to Sanskrit Translation Voice with Syat and Syaman Forms
Syat and Syaman Pratyaya: स्यत्, स्यमान् (वाला अर्थ) प्रत्यय का प्रयोग
स्यत् और स्यमान्
संस्कृत में “वाला” अर्थ वाले अनुवाद बनाने के लिए भविष्यत काल (लृट् लकार) के प्रथम पुरुष के बहुवचन में शतृ (अत्) और शानच् (मान्) प्रत्यय का योग होता है, जिसे स्यत् और स्यमान् प्रत्यय कहते हैं। यथा:
👉भविष्यन्ति + शतृ = भविष्यत् (स्यत्/ष्यत् प्रत्यय)
👉पठिष्यन्ति + शतृ = पठिष्यत् (स्यत्/ष्यत् प्रत्यय)
👉भविष्यन्ति + शानच् = भविष्यमान् (स्यमान्/ष्यमान् प्रत्यय)
👉पठिष्यन्ति + शानच् = भविष्यमान् (स्यमान्/ष्यमान् प्रत्यय)
शतृ प्रत्ययान्त स्त्रीलिंग शब्द रूप के समान ही इसका भी शब्द रूप बनेगा। यथा:
विभक्ति |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमा
|
पठिष्यन्ती |
पठिष्यन्तौ |
पठिष्यन्त: |
द्वितीया
|
पठिष्यन्तीम् |
पठिष्यन्तौ |
पठिष्यन्ती: |
तृतीया
|
पठिष्यन्त्या |
पठिष्यन्तीभ्याम् |
पठिष्यन्तीभिः |
चतुर्थी
|
पठिष्यन्त्यै |
पठिष्यन्तीभ्याम् |
पठिष्यन्तीभ्यः |
पञ्चमी
|
पठिष्यन्त्या: |
पठिष्यन्तीभ्याम् |
पठिष्यन्तीभ्यः |
षष्ठी
|
पठिष्यन्त्या: |
पठिष्यन्त्यो: |
पठिष्यन्तीनाम् |
सप्तमी
|
पठिष्यन्त्यां |
पठिष्यन्त्यो: |
पठिष्यन्तीषु |
संबोधन
|
हे ! पठिष्यन्ती |
हे ! पठिष्यन्त्यौ |
हे ! पठिष्यन्त्यः |
Syat Pratyaya: “स्यत्” प्रत्यय
“स्यत्” प्रत्यय से बने हुए शब्द विशेषण होते हैं, इसलिए विशेष्य के अनुसार इनमें लिंग, वचन और विभक्ति होते हैं।
हिन्दी वाक्य |
कर्तृवाच्य (संस्कृत) |
Sanskrit to English |
पुस्तक पढ़नेवाली बालिका को मैंने देखा
|
पुस्तकं पठिष्यन्तीम् बालिकां अहम् अपश्यम् |
I saw the girl reading a
book. |
खाना बनानेवाली लड़की को तुमने क्या बोला?
|
भोजनं पचिष्यन्तीम् बालिकां त्वं किम् अवद? |
What did you say to the
girl who cooked? |
पानी भरनेवाली औरतों को तुमलोगों ने देखा
|
जलं कर्षिष्यन्तीम् नारी: यूयं अपश्य। |
you saw the women filling water. |
पेड़ से गिरनेवाली फल को मैंने खाया
|
वृक्षात् पतिष्यन्त्या: फलं अहम् अखादम् |
I ate the fruit that
fell from the tree. |
कलम से लिखनेवाली पुस्तिका को तुमने पढ़ा।
|
कलमेन लिखिष्यन्त्या पुस्तिकाम् त्वं अपठ |
You read the book
written with a pen. |
Hindi Sentence |
कर्मवाच्य |
Sanskrit English Anuvad |
पुस्तक पढ़नेवाली बालिका मेरे द्वारा देखी गयी।
|
पुस्तकं पठिष्यन्तीम् बालिका मया दृष्टा |
The girl reading the
book was seen by me. |
खाना बनानेवाली लड़की को तुम्हारे द्वारा क्या
बोली गयी? |
भोजनं पचिष्यन्तीम् बालिका त्वया किम् वदिता |
What did you say to the
cooking girl? |
पानी भरनेवाली औरतों को तुलोगों द्वारा देखी गयी।
|
जलं कर्षिष्यन्तीम् नारी: युवाभ्याम् दृष्टा। |
The women carrying water
were seen by you. |
पेड़ से गिरनेवाली फल को मुझसे खाई गयी
|
वृक्षात् पतिष्यन्त्या: फलं मया खादिता |
I ate the fruit that
fell from the tree. |
कलम से लिखनेवाली पुस्तिका को तुझसे पढ़ी गयी।
|
कलमेन लिखिष्यन्त्या पुस्तिकाम् त्वया पठिता |
The book, written with a
pen, was read by you. |
Future Passive Translation in Sanskrit Voice Using Syaman Pratyayas
“स्यमान्” प्रत्यय से बने हुए शब्द विशेषण होते हैं, इसलिए विशेष्य के अनुसार इनमें लिंग, वचन और विभक्ति होते हैं।
हिन्दी वाक्य |
संस्कृत अनुवाद - कर्तृवाच्य |
अंग्रेजी अनुवाद |
गुरु की सेवा करनेवाले शिष्य को मैंने देखा
|
गुरुं सेविष्यमानं शिष्यं अहम् अपश्यम् |
I saw the disciple
serving the Guru. |
गाना गानेवाले गायक को हमलोगों ने सुना
|
गायनं गायमानं गायकं वयं श्रुतवान् |
We heard the singer
singing the song. |
पिता की सेवा करनेवाले पुत्र को मैंने देखा
|
पितरं सेविष्यमानं पुत्रं अहम् अपश्यम् |
I saw the son serving
his father. |
भगवान को पूजा करनेवाले भक्त को मैंने देखा
|
ईश्वरं अर्चयमानं भक्तं अहम् अपश्यम् |
I saw devotees
worshiping God. |
छात्र को पढ़ानेवाले शिक्षक को तुमने देखा
|
छात्रं पाठ्यमानं शिक्षकं त्वं अपश्य |
You saw the teacher
teaching the student. |
हिन्दी वाक्य |
संस्कृत अनुवाद – कर्मवाच्य |
Translation |
गुरु की सेवा करनेवाले शिष्य को मुझसे देखा गया
|
गुरुं सेविष्यमानं शिष्य: मया दृष्टः |
The disciple serving the
Guru was seen by me. |
गाना गानेवाले गायक को हमलोगों द्वारा सुना गया
|
गायनं गायमानं गायक: अस्माभिः श्रुत: |
The singer singing the
song was heard by us. |
पिता की सेवा करनेवाले पुत्र को मेरे द्वारा देखा गया।
|
पितरं सेविष्यमानं पुत्र: मया दृष्टः |
The son serving his
father was seen by me. |
भगवान को पूजा करनेवाले भक्त को मुझसे देखा गया
|
ईश्वरं अर्चयमानं भक्त: मया दृष्टः |
The devotees worshiping
the Lord was seen by me. |
छात्र को पढ़ानेवाले शिक्षक को तुम्हारे द्वारा
देखा गया
|
छात्रं पाठ्यमानं शिक्षक: त्वया दृष्टः। |
The teacher who taught
the student was seen by you |
English to Sanskrit Translation Voice for Tavyat, Tavy, and Aniyar
Tavyat, Tavy and Aniyar Pratyaya: तव्यत्, तव्य और अनीयर् प्रत्यय का (चाहिए अर्थ में) प्रयोग
तव्यत्, तव्य और अनीयर्
विधिलिंग लकार और लोट् लकार की क्रिया को “तव्यत्”, “तव्य” और “अनीयर्” प्रत्यय के योग से कर्मवाच्य और भाववाच्य बनाया जाता है। इन प्रत्ययों के योग में कर्ता में तृतीया विभक्ति होती है और क्रिया के मूल रूप में “तव्यत्” और “अनीयर्” प्रत्यय जोड़े जाते हैं। यथा:
👉पठ् + अनीयर् = पठनीय: - पढ़ना चाहिए (पुल्लिंग)
👉पठ् + अनीयर् = पठनीया - पढ़ना चाहिए (स्त्रीलिंग)
👉पठ् + अनीयर् = पठनीयम् - पढ़ना चाहिए (नपुंसकलिंग)
👉पठ् + तव्य/तव्यत् = पठितव्य: - पढ़ना चाहिए (पुल्लिंग)
👉पठ् + तव्य/तव्यत् = पठितव्या - पढ़ना चाहिए (स्त्रीलिंग)
👉पठ् + तव्य/तव्यत् = पठितव्यम् - पढ़ना चाहिए (नपुंसकलिंग)
तव्य/तव्यत् का रूप पुल्लिंग में बालक, स्त्रीलिंग में लता और नपुंसकलिंग में फल के रूप समान चलता है।
हिन्दी अनुवाद |
संस्कृत अनुवाद (कर्तृवाच्य) |
अनुवाद |
मुझे पुस्तक पढ़ना चाहिए
|
अहम् पुस्तकं पठेयम् |
I should read the book. |
राम को चन्द्रमा देखना चाहिए
|
रामः चन्द्रं पश्येत् |
Ram should see the moon. |
तुम्हे खाना खाना चाहिए
|
त्वं भोजनं खादे: |
You should eat food. |
छात्र को विद्यालय जाना चाहिए
|
छात्रः विद्यालयं गच्छेत् |
The student should go to
school. |
किसान को काम करना चाहिए
|
कृषकः कार्यं कुर्यात् |
The farmer should work. |
Expressing Duty and Necessity with Tavyat and Aniyar in English to Sanskrit Translation Voice
Hindi Translation |
Sanskrit Translation (कर्मवाच्य) |
Sanskrit to English Translation |
मुझसे पुस्तक पढ़ा जाना चाहिए
|
मया पुस्तक पठितव्य:/पठनीय: |
The book should be read
by me. |
राम के द्वारा चन्द्रमा देखा जाना चाहिए
|
रामेन चन्द्र: द्रष्टव्यः/दर्शनीय: |
The moon should be seen
by Ram. |
तुम्हारे द्वारा खाना खाया जाना चाहिए
|
त्वया भोजन: खादनीय:/खादित्व्य: |
Food should be eaten by
you. |
छात्र के द्वारा विद्यालय जाया जाना चाहिए
|
छात्रेन विद्यालय: गमनीय:/गन्तव्य: |
School should be gone by
student. |
किसान के द्वारा काम किया जाना चाहिए
|
कृषकेन कार्य: करणीय:/कर्तव्य: |
The work should be done
by the farmer. |
Causative Verb Formation using Nich Pratyaya in English to Sanskrit Translation Voice
Nich Pratyaya: णिच् प्रत्यय (प्रेरणार्थक क्रिया) का प्रयोग
णिच् – कर्ता जब स्वयं कार्य न करके किसी अन्य व्यक्ति से करवाता है तब क्रिया को “प्रेरणार्थक क्रिया” और “कर्ता” को प्रेरक कर्ता अथवा प्रयोजक कर्ता कहते हैं और धातु के साथ “णिच्” प्रत्यय का योग होता है। यथा:
➤पढ़ना (क्रिया) – पढ़ाना (प्रेरणार्थक क्रिया)
➤लिखना (क्रिया) – लिखवाना (प्रेरणार्थक क्रिया)
➤करना (क्रिया) – कराना (प्रेरणार्थक क्रिया)
➤पकना (क्रिया) – पकाना (प्रेरणार्थक क्रिया)
➤पकाना (क्रिया) – पकवाना (प्रेरणार्थक क्रिया)
धातु + णिच् |
प्रेरणार्थक परस्मैपद |
प्रेरणार्थक आत्मनेपद |
भू + णिच् (भवति) |
भावयति |
भावयते |
अद् + णिच् (अत्ति) |
आदयति |
आदयते |
पठ् + णिच् (पठति) |
पाठयति |
पाठयते |
लिख् + णिच् (लिखति) |
लेखयति |
लेखयते |
वद् + णिच् (वदति) |
वादयति |
वादयते |
हिन्दी वाक्य |
संस्कृत अनुवाद |
Sanskrit Translation |
कृष्ण चाँद को देखता है
|
कृष्णः चन्द्रं पश्यति |
Krishna looks at the
moon. |
श्याम भात पकाता है |
श्याम: ओदनं पचति |
Shyam cooks rice. |
गीता खाना बनाती है
|
गीता भोजनं पचति |
Geeta cooks food. |
वह किताब पढ़ता है
|
सः पुस्तकं पठति |
He reads the book. |
राम काम करता है
|
रामः कार्यं करोति |
Ram works. |
बालक गेंद खेलता है
|
बालकः कन्दुकं खेलति |
The boy plays ball. |
रमेश हँसता है
|
रमेशः हसति |
Ramesh laughs. |
राधा लेख लिखती है
|
राधा लेखं लिखति |
Radha writes article. |
नौकर पेड़ काटता है
|
सेवकः वृक्षं छिनत्ति |
The servant cuts the
tree. |
मजदूर काम करता है
|
श्रमिकः कार्यं करोति |
laborar
works. |
English to Sanskrit Translation Voice Tips for Using Nich Pratyaya
हिन्दी वाक्य (प्रेरणार्थक) |
अनुवाद (प्रेरणार्थक) |
Hindi to English Translation |
श्याम कृष्ण को चाँद दिखाता है
|
श्यामः कृष्णम् चन्द्रं दर्शयति |
Shyam shows the moon to Krishna. |
कृष्ण श्याम से भात पकवाता है |
कृष्णः श्यामेन ओदनं पाचयति |
Krishna gets rice cooked
by shyam. |
सीता गीता से खाना बनवाती है
|
सीता गीत्या भोजनं पाचयति। |
Sita makes cook food by Geeta. |
मैं उससे किताब पढ़वाता हूँ।
|
अहम् तेन पुस्तकं पाठयति। |
I get the book read by
him. |
देवदत राम से काम करवाता है
|
देवदतः रामेण कार्यं कार्यति |
Devdutta gets the work done by Ram. |
शिक्षक बालक से गेंद खेलवाते है
|
शिक्षकः बालकेन कन्दुकं खेलयति |
The teacher makes the
boy play ball. |
गणेश रमेश को हँसता है
|
गणेशः रमेशं हासयति |
Ganesh makes Ramesh
laugh. |
गीता राधा से लेख लिखवाती है
|
गीता राध्या लेखं लेखयति। |
Geeta makes Radha write the article. |
मालिक नौकर से पेड़ कटवाता है
|
स्वामी सेवकेन वृक्षं छिनयत्ति |
The master gets the
servant to cut the tree. |
किसान मजदूर से काम करवाता है
|
कृषकः श्रमिकेन कार्यं कार्यति। |
The farmer gets the work
done by the labourer. |
English to Sanskrit Translation Voice with Namul Pratyaya
Namul Pratyaya: णमुल प्रत्यय (बार-बार....कर अर्थ में) का प्रयोग
णमुल – किसी क्रिया के बार-बार करने के भाव को प्रकट करने के लिए “णमुल” या “क्त्वा” प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है और धातु “णमुल” का अम् जोड़ दिया जाता है। यथा:
➤पा + णमुल् = पायम्
➤दा + णमुल् = दायम्
➤स्ना + णमुल् = स्नायम्
➤स्मृ + णमुल् = स्मारम्
हिन्दी अनुवाद |
संस्कृत अनुवाद |
English Translation |
पानी पी-पीकर रोगी व्याकुल है |
जलं पायं पायं वा पीत्वा पीत्वा रोगी व्याकुल:
अस्ति
|
The patient is
distressed after drinking water. |
खाना खा-खाकर लड़का बीमार हो गया
|
भोजनं भोजं भोजं वा खादित्वा खादित्वा बालकः
रुग्ण: जातः |
The boy become ill after
eating the food. |
वह बोल बोल कर थक गया है |
सः वदायं वदायं वा वदित्वा वदित्वा तमितः
|
He is tired of talking. |
भक्त बार-बार याद करके भगवान को प्रणाम करता है |
भक्तं स्मारं-स्मारं इश्वरं प्रणमति |
The devotee worships God
by remembering him again and again. |
तुम किताब देख-देखकर बोल रहे हो
|
त्वं पुस्तकं द्रष्टाम्-द्रष्टाम् वदसि। |
You are speaking after
seeing the book. |
Conclusion – दोस्तों उम्मीद करता हूँ कि यह Post English to Sanskrit Translation Voice से आपको संस्कृत अनुवाद समझने में काफी मदद मिली होगी। और भी संस्कृत अनुवाद सीखने के लिए हमारा Next post देख सकते हैं। तो दोस्तों इस Post को Read करने के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद!
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